देश की जनता को झूठे प्रलोभनों को पहचानने की जरूरत है - संजीव सक्सैना
भारतीय हिंद फौज के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव सक्सेना ने कहा पांच वर्ष तक जुमलेबाजी ओर झूठे आश्वासनों से इस सरकार ने जनहित को नाकारते हुये देश को पीछे धकेलने का कार्य किया है। देश की जनता को झूठे प्रलोभनों को पहचानने की जरूरत है। विगत पांच वर्षो के कार्यकाल की समीक्षा की दृष्टि से बेकारी, बेरोजगारी, मंहगाई, कानून व्यवस्था, महिलाओं का उत्पीडन एवं युवा वर्ग के भटकाव के साथ साथ जनहित की अनदेखी ही इस सरकार का रिपोर्ट कार्ड है। 2014 के लोकसभा चुनाव में जिन घोषणाओं पर वोट ले करके सरकार बनाई उनमें से एक भी घोषणा पत्र अमल नहीं हो सका। अयोध्या के राम मन्दिर से लेकर निर्मल गंगा परियोजना के साथ साथ प्रतिवर्ष 2 करोड नौकरियां और विदेषों का कालाधन दिन में वापस लाने और प्रत्येक नागरिक के खाते में 15-15 लाख भेजने के नारे और प्रलोभन धरे के धरे रह गये।
पांच वर्षों में बेरोजगारी, किसानों की समस्या और न्यूनतम समर्थन मूल्य को दुगुना करने के वादे, गन्ना किसानों के बकाये भुगतान के वादे, सरकारी पदांे पर भर्ती के वादे, बिजली के दाम कम करने के वादे, महिलाओं को सुरक्षा देने के वादे, नोटबन्दी के पचास दिन में हालात सुधर जाने के वादे को पूरा न कर पाने को याद करना चाहिए तथा जीएसटी से रोजगार को जो भारी हानि हुई है और लोगों का रोजगार छिन गया है उसको याद करने की जरूरत है। हत्या एवं बलात्कार की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं उससे ‘बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ’ जैसा नारा मात्र एक जुमला साबित हुआ है। जिस तरह से उत्तर प्रदेश में महिलाओं के प्रति दुष्कर्म और अत्याचार बढ़ा है ।
सन् 2019 में होने वाले चुनाव केवल चुनाव ही नहीं है। इसमें निकट भविष्य में देश और जनहित में होने वाले परिवर्तन का भी संदेश है। भाजपा इधर-उधर की बात करना छोड़े और यह बताए कि उसके वायदों का क्या हुआ? जनता ने तय कर लिया है कि वह अब भाजपा से पूरा हिसाब लेगी