लखनऊ। कांग्रेस महासचिव एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने चुनाव प्रचार का आगाज कर दिया है। अपने चार दिनी यूपी दौरे के दौरान 20 मार्च को प्रियंका गांधी वाड्रा का वाराणसी के विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन का कार्यक्रम है। उससे पहले यह मामला विवादों में आ गया है।
दरअसल वाराणसी के वकीलों ने प्रियंका गांधी वाड्रा के विश्वनाथ मंदिर दर्शन पर आपत्ति जताई है। इन वकीलों ने मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी को पत्र देकर प्रियंका वाड्रा को विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन न करने देने की अपील की है। पत्र के माध्यम से बताया गया है कि कि विश्वनाथ मंदिर हिन्दू सनातन धर्म के देवताओं का मंदिर है और ईसाई धर्म होने के नाते प्रियंका वाड्रा को यहां जाने नहीं देना चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित कर लिखे गए पत्र में कहा गया कि उनकी पूजा की जगह चर्च है।
इसी क्रम में प्रियंका मंगलवार को भदोही के श्री सीता समाहित स्थल ट्रस्ट गेस्ट हाउस से मिजार्पुर भदोही बॉर्डर के लिए रवाना होंगी। इसी बीच वह 11 बजे विंध्याचल मंदिर में दर्शन करेंगी।
कार्यक्रम की मुख्य समन्वयक विधायक मोना मिश्र ने बताया कि इस दौरान वह कंतित शरीफ की मजार पर चादर भी चढ़ाएंगी। साथ ही वह किसानों, महिलाओं और अधिवक्ताओं से मुलाकात भी करेंगी।
उन्होंने बताया कि वहां से प्रियंका सीधे 1 बजे मिजार्पुर स्थित भटौली घाट पहुंच कर लोगों से मुलाकात करेंगी। फिर इसके बाद मोटर बोट से सिंधौरा घाट से चुनार पांटून ब्रिज पहुंचेगी। वह चुनार के गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगी।