भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीम पार्टी और अपने अंदरूनी संगठन से बहुत पंगा लेने के मूड में नहीं हैं। बड़े कद और चेहरे वाले नेताओं से तो कदापि नहीं। पार्टी के रणनीतिकारों में शामिल सूत्र ने संकेत करते हुए जानकारी दी लक्ष्य-2019 में सफलता पाने का है। बताते हैं भाजपा की संसदीय बोर्ड की बौठक का रुख भी काफी हद तक समझौतावादी था। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत पार्टी के सबसे ताकतवर फोरम के सदस्य मौजूद थे।
सांसदों के टिकट कटेंगे, लेकिन कम
16 मार्च को पार्टी की पहली सूची आने के संकेत हैं। इसमें उत्तर प्रदेश के प्रत्याशी भी होंगे। अमित शाह की पुरानी रणनीति है कि जिस संसदीय या विधानसभा क्षेत्र में पार्टी की स्थिति चुनाव जीतने की न हो, वहां चेहरा बदल दिया जाए। लेकिन बताते हैं मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में यह रणनीति बहुत सफल नहीं रही। दूसरे पार्टी के नेता ही भितरघात को हवा दे देते हैं। इसलिए वर्तमान सांसदों के टिकट को लेकर भाजपा बहुत फूंक, फूंककर कदम रख रही है।
सूत्र बताते हैं कि 2019 के आम चुनाव में वर्तमान सांसदों के टिकट कटेंगे, लेकिन यह संख्या मीडिया में आ रही खबरों से कम होगी। सूत्र का कहना है कि उन्हीं सांसदों के टिकट कटने की संभावना है जहां स्थिति बहुत खराब है या हमारे पास मौजूदा सांसद से बहुत अच्छा चेहरा है अथवा हमारे मौजूदा सांसद ने क्षेत्र को बहुत ही कम समय दिया है। बताते हैं टिकट देने के लिए पार्टी ने काफी जमीनी काम किया है और उचित कारण को ध्यान में रखकर निर्णय लिया जाएगा।
जूताबाज शरद यादव का कट सकता है टिकट?
संतकबीर नगर के सांसद शरद त्रिपाठी का टिकट कटने के पूरे आसार हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बारे में कहा जा रहा है कि उन्हें त्रिपाठी का यह कृत्य रास नहीं आया। समझा जा रहा है कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पांडे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इसके पक्ष में है। जल्द ही इस पर निर्णय आने की उम्मीद की जा रही है। 13 मार्च 2019 को शरद त्रिपाठी केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा से भी मिले हैं। वह केंद्रीय नेतृत्व तक लगातार अपनी बात पहुंचाने में लगे हैं। हालांकि सूत्रों का कहना है कि कार्रवाई केवल शरद त्रिपाठी पर ही नहीं होगी, बल्कि विधायक राकेश सिंह बघेल भी इसके घेरे में हैं। बताते हैं पार्टी के कुछ बड़े नेताओं ने दोनों को फटकार लगाई है।