रिलायंस कम्युनिकेशंस के चेयरमैन अनिल अंबानी अरबपतियों के क्लब से बाहर हो गए हैं। साल 2008 में अनिल अंबानी को दुनिया का 6वां सबसे अमीर शख्स बताया गया था।
11 साल में इतनी घटी संपत्ति
बिजनेस टुडे की खबर के अनुसार, 2008 में अनिल अंबानी के पास 42 बिलियन डॉलर की संपत्ति थी, जो 11 साल बाद यानी 2019 में घटकर 523 मिलियन डॉलर यानी करीब 3651 करोड़ रुपये हो गई है। बता दें कि इस संपत्ति में गिरवी वाले शेयर की कीमतें भी शामिल हैं।
8,000 करोड़ रुपये आंकी गई थी रिलायंस ग्रुप की पूंजी
चार माह पहले रिलायंस ग्रुप की पूंजी आठ हजार करोड़ रुपये आंकी गई थी। मार्च 2018 में रिलायंस ग्रुप का कुल कर्ज 1.7 लाख करोड़ रुपये था। पिछले सप्ताह अनिल अंबानी ने कहा था कि बीते 14 महीनों में उनके समूह ने 35 हजार करोड़ रुपये की देनदारी को चुकाया है। इसके अलावा कंपनी आगे भी अपनी देनदारी को समय-समय पर चुकाती रहेगी। निवेशकों को भरोसा देते हुए अनिल ने कहा था कि एक साल में कंपनी 24, 800 करोड़ रुपये का मूलधन और 10,600 करोड़ रुपये का ब्याज वापस कर चुकी है।
रिलायंस कम्युनिकेशंस पर है सबसे ज्यादा कर्ज
मौजूदा समय में अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशंस पर सबसे ज्यादा यानी 47,234 करोड़ रुपये का कर्ज है। रिलायंस कैपिटल पर 46,400 करोड़ रुपये का कर्ज है। वहीं रिलायंस होम फाइनेंस और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर पर क्रमश: 13,120 और 23,144 करोड़ रुपये का कर्ज है। इसके साथ ही रिलायंस पावर पर 31,697 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है। अंबानी की रिलायंस नेवल एंड इंजीनियरिंग पर 10,689 करोड़ रुपये का कर्ज है।
7,539 करोड़ रुपये है रिलायंस समूह का बाजार पूंजीकरण
11 जून तक रिलायंस समूह का बाजार पूंजीकरण 7,539 करोड़ रुपये था। अनिल अंबानी की कंपनियों में से सबसे अधिक बाजार पूंजीकरण रिलायंस कैपिटल का है, जो 2,373 करोड़ रुपये है। वहीं रिलायंस कम्युनिकेशंस और रिलायंस पावर का बाजार पूंजीकरण क्रमश: 462 और 1,669 करोड़ रुपये था। रिलायंस नेवल एंड इंजीनियरिंग की बात करें, तो 11 जून तक इस कंपनी का मार्केट कैप 467 करोड़ रुपये था। रिलायंस होम फाइनेंस का पूंजीकरण 860 करोड़ रुपये, वहीं रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का बाजार पूंजीकरण 1708 करोड़ रुपये है।