पांचवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जहां पूरा देश एक साथ योग कर रहा है, वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर इस आयोजन से दूर रहे। नीतीश कुमार ने इस बार भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के किसी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया। हमेशा की तरह इस बार भी नीतीश कुमार ने कहा कि वह योग तो करते हैं, लेकिन सार्वजनिक रूप से उसके प्रदर्शन में विश्वास नहीं रखते। बता दें कि देश के अन्य हिस्सों की तरह बिहार में भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर तमाम कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। यहां कंकड़बाग के पाटलिपुत्र खेल परिसर में आयोजित किए गए मुख्य कार्यक्रम में राज्यपाल लालजी टंडन के साथ भाजपा और जदयू के तमाम नेताओं ने भी योग किया। इस दौरान उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, मंत्री श्रवण कुमार के अलावा भाजपा और जदयू के कई मंत्री और विधायक भी शामिल हुए।कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल लालजी टंडन ने कहा कि आज पूरी दुनिया में लोग एकसाथ योग कर रहे हैं । योग में भारत विश्व गुरु के रूप में स्थापित हो चुका है और इसे यह स्थान दिलाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है।
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित करने के प्रस्ताव को स्वीकार करने बाद इस साल यह पांचवां योग दिवस है। संयुक्त राष्ट्र और नेपाल समेत दुनिया भर के कई देश भारत की अगुआई में योग कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की घोषणा के बाद से यह पहली बार है जब जनता दल यूनाइटेड सार्वजनिक रूप से योग के किसी कार्यक्रम में शामिल हुई। इससे पहले पिछले साल यानी चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रमों में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाग नहीं लिया था।
<no title>लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने योग दिवस के कार्यक्रमों से बनाई दूरी