मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि नया कानून बनने के बाद प्रदेश में नए निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना के रास्ते खुलेंगे। निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना से प्रदेश में रोजगार के ज्यादा अवसर बढ़ेंगे। सरकार का फोकस युवाओं को गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने पर है, इसलिए निजी विवि की स्थापना को प्रोत्साहित करने पर खास ध्यान दिया जा रहा है। राज्य सरकार ने 45 निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना के लिए एमओयू किए हैं।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को 'अमर उजाला' के साथ बातचीत में कहा, मानसून सत्र में विधानमंडल से पारित विधेयक के जरिये सभी निजी विश्वविद्यालयों को एक छतरी के नीचे लाया गया है। प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना हो इसके लिए निवेशकों को सरकार हर तरह की सहूलियत दे रही है।
विधेयक में इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि निजी विश्वविद्यालयों के संचालन में सरकार की कम से कम दखलंदाजी रहे। सरकार के इस कदम से जहां निजी विश्वविद्यालयों के बीच गुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, वहीं रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। नए विश्वविद्यालयों में शिक्षकों व शिक्षणेतर कर्मचारियों को रोजगार मिलेगा।