मुंबई: केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के प्रमुख रामदास अठावले (Ramdas Athawale) ने शनिवार को कहा कि शिवसेना (Shiv Sena) को मुख्यमंत्री पद की मांग छोड़ देनी चाहिए. महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी (Bhagat Singh Koshyari) से मुलाकात के बाद उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इसी दौरान उन्होंने यह बात कही. अठावले ने कहा, "आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) के पास राज्य को चलाने का पर्याप्त अनुभव नहीं है इसलिए शिवसेना को अपनी जिद छोड़ देना चाहिए. मैं शिवसेना की मांग का सम्मान करता हूं लेकिन अगर उनके पास और ज्यादा नंबर होते तो स्थिति दूसरी होती.
राज्यपाल से मुलाकात का ब्यौरा देते हुए अठावले ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल से राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी को सरकर बनाने का आमंत्रण देने का अनुरोध किया है. शिवसेना के कांग्रेस और एनसीपी से समर्थन लेने के बारे में उन्होंने कहा कि कांग्रेस के भीतर भी समर्थन देने को लेकर एकराय नहीं है. इसके अलावा, एनसीपी के रुख भी अभी साफ नहीं है. इसलिए फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है. इसलिए गवर्नर को सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करना चाहिए. उन्होंने देवेंद्र फडणवीस को बुलाना चाहिए और शपथ ग्रहण की तारीख जल्द से जल्द तय करनी चाहिए.
उधर, महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की धमकी पर शिवसेना के तीखे तेवर दिखाए हैं. संजय राउत ने कहा है कि शिवसेना वेट एंड वॉच की भूमिका छोड़ देगी. धोखे पर जनता माफ नहीं करेगी. एनसीपी प्रमुख शरद पवार के घर पर एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं की अहम बैठक हो रही है. बैठक में अजित पवार, छगन भुजबल सहित अन्य बड़े नेता मौजूद हैं. पवार मौजूदा सियासी हालत पर चर्चा कर रहे हैं.