भले ही गृहमंत्री अमित शाह ने लखनऊ में की गई रैली में कहा हो कि कितना भी विरोध हो पर हम नागरिकता संशोधन कानून (CAA) वापस नहीं लेंगे इसके बावजूद देश में इस कानून का विरोध बढ़ता जा रहा है।
दिल्ली के शाहीन बाग और लखनऊ के घंटाघर की तर्ज पर अब रायबरेली में भी सीएए के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गया है। रायबरेली कोतवाली के तिलिया कोट पर बुधवार को महिलाएं धरने पर बैठ गईं और सीएए और एनआरसी वापस लेने की मांग करने लगीं।
प्रदर्शन में हिंदू व मुसलमान दोनों ही धर्मों की महिलाएं शामिल हैं। उधर, लखनऊ के घंटा घर में शुक्रवार शाम शुरू हुआ प्रदर्शन पांच दिन बाद भी जारी है और महिलाओं ने कानून वापस न लिए जाने तक प्रदर्शन करते रहने का आह्वान किया है।