उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि अनलाॅक-3 के सम्बन्ध में भारत सरकार की गाइडलाइन्स के क्रम में प्रदेश शासन के निर्देशों का सख्ती से पालन कराया जाए। उन्होंने कन्टेनमेंट जोन के बाहर अनुमन्य की गयी विभिन्न गतिविधियांे को निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुरूप संचालित कराये जाने के निर्देश दिये हैं।
यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए प्रत्येक स्तर पर पूरी सावधानी व सतर्कता बरतना आवश्यक है। इसके दृष्टिगत, लोगों को संक्रमण से बचाव के सम्बन्ध में निरन्तर जागरूक किया जाए। जागरूकता अभियान में मास्क के अनिवार्य उपयोग तथा दो गज की दूरी को बनाये रखने के सम्बन्ध में आमजन को जानकारी अवश्य दी जाए। अधिक से अधिक लोगों को आरोग्य सेतु एप तथा आयुष कवच कोविड एप डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
1.15 लाख कोविड-19 टेस्ट प्रतिदिन करने पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि डोर टू डोर सर्वे तथा काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग के कार्य को तत्परता से किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि इन कार्याें में कोई लापरवाही न होने पाए। कोविड संक्रमित व्यक्ति को समय से चिन्हित करते हुए उपचार के लिए उसे चिकित्सालय में भर्ती किये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कन्टेनमेंट जोन में प्रतिबन्धों को सख्ती से लागू करते हुए यह सुनिश्चित भी किया जाए कि कन्टेनमेंट जोन में लोगों को आवश्यक सामग्री की उपलब्धता में कोई असुविधा न हो।
राज्य मुख्यालय स्थित इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेण्टर में चिकित्सा शिक्षा विभाग के विशेष सचिव स्तर के अधिकारी को तैनात किये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे यह सेण्टर और बेहतर ढंग से कार्य कर सकेगा। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त एम्बुलेंस वाहनों की व्यवस्था के लिए सी0एस0आर0 फण्ड का उपयोग किया जाए। एम्बुलेंस कर्मियों को कोविड संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए उनका प्रशिक्षण कार्यक्रम निरन्तर जारी रखा जाए।
ग्रस्त क्षेत्रों में प्रभावित लोगों को हर सम्भव राहत और मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावित जनता को राहत सामग्री उपलब्ध कराने के साथ-साथ उनके लिए समुचित चिकित्सीय प्रबन्ध भी किये जाएं। पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था की जाए। राहत कार्याें के लिए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त नावों की व्यवस्था भी की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने गौ आश्रय स्थल में गोवंश के लिए हरे चारे की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि गौ आश्रय स्थलों की साफ-सफाई तथा गोवंश के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाए। समस्त मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अपने जनपद के गौ आश्रय स्थलों का नियमित निरीक्षण करें। उन्होंने जनपद सन्त कबीर नगर में गौ आश्रय स्थल की समस्त व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने तथा गोवंश के लिए हरे चारे की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये हैं।