एडवोकेट अबुल हसन
मुझे भी सुना जाए एडवोकेट अबुल हसन नोएडा अधिवक्ता अबुल हसन जो कि युवा है और अत्यधिक तन्मयता एवं लगन शीलता के साथ अपने प्रोफेशन में समर्पित हैं आप ने कानूनी पहलुओं के सवाल के जवाब में एक वार्ता के अंतर्गत कहा कि हमारा संविधान सभी को अपनी बात रखने का हक देता है यह भारतीय संविधान की सबसे बड़ी खूबसूरती है जो कि न्याय प्रणाली की मजबूती को दर्शाता है उन्होंने कहा कि न्यायालय सभी को हक देता है कि हर फरियादी को सुना जाए
दूसरे शब्दों में यह कह सकते हैं कि कोर्ट की बुनियाद इस बात पर टिकी है कि मुझे भी सुना जाए आपने अपनी बात को रखते हुए कहा कि न्याय प्रक्रिया को कुछ शब्दों में नहीं कहा जा सकता यह एक बहुत बड़ी किताब है जो रोज नए नए तथ्यों को संकलित कर जनमानस की न्याय प्रणाली को मजबूत बनाती है अबुल हसन ने वर्तमान जीएसटी में रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पर बड़ा सवाल उठाते हुए कहा कि आज की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया कई सवालों के घेरे में है देश में गलत जीएसटी रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं
जिससे सरकार के राजस्व में भारी नुकसान हो रहा है आने वाले कुछ वर्षों में यह बड़ा घोटाला बनकर सामने आ सकता है रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में भारी बदलाव लाने की आवश्यकता है आपने कहा कि व्यापारी या कारोबारी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को ऑनलाइन शुरू करने के उपरांत अपने सभी कागजों को स्वयं दस्तखत कर करके सक्षमअधिकारी के सामने बायोमेट्रिक दस्तखत भी करके स्वयं प्रस्तुत करें तथा जो भी कागजात व्यापारियों द्वारा प्रस्तुत किया जाता है
उसकी संस्तुति किसी वकील या समकक्ष प्रोफेशनल से होने के उपरांत ही रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को आगे बढ़ाई जाए तथा उसके कारोबारी स्थान की संस्तुति भी सर्वे द्वारा रजिस्ट्रेशन के पूर्व कर लेनी चाहिए उसके बाद उसे जीएसटी का रजिस्ट्रेशन नंबर देना चाहिए आपने कहा कि यदि इस तरह की प्रक्रिया से जीएसटी रजिस्ट्रेशन को जोड़ा जाता है तो सरकार को गलत कागजातों द्वारा आर्थिक नुकसान पहुंचाने की बुनियादी सोच अपने पहले चरण में ही समाप्त हो जाएगी