दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है, ‘मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम आपके बच्चों की उतनी ही परवाह करते हैं, जितनी आप करते हैं. जब तक हम निश्चित नहीं होंगे, तब तक हम स्कूल नहीं खोलेंगे. आपके बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है.’
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उन्होंने कहा, ‘मुझे बच्चों के माता-पिता से कई संदेश प्राप्त हुए हैं, जिसमें उन्होंने कहा है कि अभी स्कूल न खोले जाएं. मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम आपके बच्चों की उतनी ही परवाह करते हैं, जितनी आप करते हैं. जब तक हम निश्चित नहीं होंगे, तब तक हम स्कूल नहीं खोलेंगे. आपके बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है.’
हालांकि दिल्ली सरकार आक्रामक रूप से अर्थव्यवस्था को खोलने पर जोर दे रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली ने वैश्विक महामारी के खिलाफ घर पर क्वारंटीन तथा प्लाज्मा थेरपी का मॉडल देश को दिया. उन्होंने कहा कि दिल्ली की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने इसे सबसे बड़ी चुनौती बताया.
उप-मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने इं से इस बात कीपुष्टि की है कि सरकार इस मुद्दे पर रुककर फैसले लेगी. उन्होंने कहा, ‘वर्तमान स्थितियों को देखते हुए हम स्कूल खोलने के बारे में नहीं सोच सकते हैं.’
बीते शुक्रवार को सिसोदिया ने ब्रिटेन के टेबलॉयड द डेली मिरर में छपे एक लेख से ट्वीट किया था, जिसमें कहा गया था कि स्कूल खुलते ही 97,000 अमेरिकी बच्चे दो सप्ताह में कोरोना संक्रमित हुए. उन्होंने कहा कि यूजीसी सहित भारत सरकार के शिक्षा अधिकारियों को इससे सीखना चाहिए.
छत्रसाल स्टेडियम के बजाय इस बार सचिवालय में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भाषण को देते हुए केजरीवाल ने कहा कि दो महीने पहले की तुलना में दिल्ली में स्थिति नियंत्रण में है.
उन्होंने केंद्र सरकार, कोरोना योद्धाओं और विभिन्न संगठनों सहित सभी पक्षकारों का आभार व्यक्त किया.
कोविड-19 से उबरने और रिपोर्ट में संक्रमण मुक्त दिखाएं जाने के बावजूद ऑक्सीजन के स्तर में कमी आने के कारण कुछ लोगों के बेहोश होने संबंधी खबरों के बारे में उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार अगले हफ्ते से ऐसे लोगों को ऑक्सीजन कन्संट्रेट देना शुरू करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सरकार के लिए स्कूली बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य बहुत महत्वपूर्ण है.
उन्होंने कहा, ‘पूरे भारत में ‘दिल्ली मॉडल’ की चर्चा हो रही है और यह दुनिया के लिए एक केस स्टडी है. मुझे याद है कि जून में कई लोग कोरोना के कारण दिल्ली छोड़कर जा रहे थे, लेकिन कुछ हफ्तों में दिल्ली के दो करोड़ लोगों ने स्थिति को नियंत्रण में कर लिया.’
राजधानी दिल्ली में रविवार तक कोरोना वायरस के 149,460 मामले सामने आ चुके हैं और 4,167 लोगों की जान जा चुकी है. बीते 24 घंटे के दौरान 956 नए मामले दर्ज किए गए हैं. इस महामारी के अब तक 10,975 सक्रिय मामले हैं और 134,318 लोग ठीक हो चुके है.