हिं.दै.आज का मतदाता समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में चारों ओर हाहाकार मचा हुआ है। बेखौफ अपराधी खूनी तांडव कर रहे हैं। कोरोना महामारी के संक्रमण में कई हजार जानें जा चुकी हैं। शिक्षा-स्वास्थ्य की व्यवस्थाएं बर्बादी के कगार पर हैं। भाजपा की डबल इंजन की सरकारों को जनता की तकलीफों और रसातल में जा रही
अर्थव्यवस्था की कोई चिंता नहीं। उनका काम और ध्येय सिर्फ चुनाव जीतना और सत्ता में येनकेन प्रकारेण कब्जा बनाए रखना है।
मुख्यमंत्री जी चाहे जितने आर्डर जारी करें उन्हें उनके प्रवचन से ज्यादा कुछ नहीं समझा जाता है। उन्होंने कभी ठोको नीति का उपेदश दिया था। परिणाम स्वरूप कई जगहों पर पुलिस या अपराधियों ने भाजपा नेताओं को भी ठोक पीट कर हिसाब पूरा कर दिया। अभी बांदा में भाजपा नेता पर धारदार हथियार से हमला हुआ। कुछ दिन पहले फैजाबाद में भाजपा नेता को गोली मारी गई थी। अन्य जनपदों में रोज ही हत्या, लूट, अपहरण एवं बलात्कार की घटनाएं घटती रहती है। सरकार बेफिक्र है।
प्रदेश में नौजवानों की जिंदगी से भाजपा खेलने में जरा भी संकोच नहीं कर रही है। क्लैट परीक्षाएं स्थगित हो गई पर लाखों युवा जेईई-नीट परीक्षा में बैठने को मजबूर किए गए। लाॅकडाउन में लाखों की नौकरियां छूट गई। आज भी वे मारे-मारे घूम रहे है।
करोड़ों नौकरियां देने का वादा करने वाले हजार नौकरी भी नहीं बांट पा रहे है।
स्वास्थ्य विभाग को समाजवादी सरकार ने जितना सुदृढ़ किया था भाजपा सरकार ने उतना ही उसे अपंग बनाया है। स्वास्थ्य सेवाओं की गड़बड़ी का परिणाम जनता भुगत रही है। कोरोना संक्रमण में अब तक प्रदेश में कई हजार जाने चली गई है। कोरोना संक्रमितों के इलाज में लापरवाही की घटनाएं बढ़ती जा रही है। लोगों में दहशत है। भाजपा के मंत्री, विधायक, सांसद भी इससे नहीं बच सके।
भाजपा राज में हर तरफ अव्यवस्था और अराजकता व्याप्त हैं, पुलिस अपराधियों को पकड़ने से ज्यादा चुस्ती छात्रों पर बेरहमी से लाठियों का इस्तेमाल करती है। प्रशासन असहमति के स्वर को कुचलने की नई-नई साजिशें करता रहता है। झूठे मुकदमों और फर्जी एनकाउण्टरों की बाढ़ ने उत्तर प्रदेश का नाम देश-दुनियां में बदनाम करके रख दिया है। हर कोई इस व्यवस्था से त्रस्त है, अब वह इससे जल्द से जल्द छुटकारा पाना चाहेगा।