सुरभि गर्ग
हिंदी दैनिक आज का मतदाता नेहरू नगर ,गाजियाबाद निवासी सुरभि गर्ग पत्नी पवन गर्ग कैंसर जैसी लाइलाज बीमारी को हराया और अपने और अपने पति के बुलंद हौसले से कैंसर पर विजय भी हासिल किया, आज इस विजय पर सुरभि गर्ग ने सभी देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि अगर आपका हौसला, मार्गदर्शन, समर्पण और सही वक्त पर डॉक्टरी परीक्षण, उसका इलाज, यदि इन सब का ताना-बाना सही रूप में जुड़ जाता है तो आपको विजेता बनने से कोई रोक नहीं सकता।
सुरभि गर्ग के पति पवन गर्ग ने इन सभी बातों को कहते हुए यह जरूर कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि ईश्वर का आशीर्वाद इन सभी सामंजस का सर्वोपरि बुनियाद रहा । बिना ईश्वरी आशीर्वाद के कोई कार्य संभव नहीं होता ,अपने हौसले के साथ-साथ ईश्वरीय अनुकंपा और कृपा ही हमें दोबारा जीवन जीने का मौका दिया । एक संक्षिप्त संदेश देते हुए सुरभि गर्ग के पति पवन गर्ग ने कहा कि हर इंसान को हौसला रखना चाहिए चाहे बीमारी हो, चाहे जीवन का कोई भी चुनौतीपूर्ण कार्य कार्य हो, उसमें सदैव अपनी सोच को सकारात्मक रखना आवश्यक है
आपने कहा कि हम सभी को सबसे पहले 25 जुलाई 2019 को मालूम पड़ा कि हमारी धर्मपत्नी सुरभि घर को कैंसर है जिसकी जानकारी हमने तुरंत अपनी पत्नी को दिया और भगवान से यह प्रार्थना किया कि ईश्वर हमारी पत्नी को हमारे परिवार को और हमें इस दुखद घड़ी को शक्ति के साथ सामना करने का साहस दे , जिसे ईश्वर ने फलीभूत किया और आज हमारी धर्मपत्नी सुरभि गर्ग बिल्कुल कैंसर जैसी लाइलाज बीमारी पर जीत हासिल करके सामान्य जीवन यापन कर रही हैं, जिसके लिए मैं इनके इलाज के दौरान सभी डॉक्टरों का उनके मार्गदर्शन का तथा समय-समय पर कैंसर से जुड़ी हुई कठिन से कठिन पीड़ादायक इलाज प्रक्रियाओं का दिल से धन्यवाद देता हूं कि यदि सही वक्त पर यह सारी चीजें सही तरीके से अपना सकारात्मक कार्य नहीं करती तो कैंसर पर विजय हासिल करना मुश्किल होता। पवन गर्ग देश के सभी आम जनमानस से अपील किया कि आज भारत देश में बड़े-बड़े कैंसर को जड़ से समाप्त करने के लिए अस्पताल कार्यरत है उसमें योग्य डॉक्टर भी जुड़े हुए हैं बस आवश्यकता इस बात की है यदि हमारा कोई कोई भी देश का नागरिक इस असाध्य बीमारी से ग्रसित हो जाता है तो वह हिम्मत ना हारे सही वक्त पर अपने नजदीकी अस्पताल में अपनी जांच कराई और मार्गदर्शन जो डॉक्टरों द्वारा उनको दिया जाए या ट्रीटमेंट का हो, या ऑपरेशन का हो उसे बहुत ही व्यवहारिक रूप से उसका पालन करें, मेरा यह मानना है कि यदि हम अपना हौसला जिंदा रखेंगे तो कैंसर पर विजय सुनिश्चित होगा ।अंत में आपने कहा कि हमारा कैंसर का इलाज एशियन हॉस्पिटल फरीदाबाद में हुआ जिसके लिए मैं धन्यवाद ज्ञापित करता हूं और अब वर्तमान में जगन्नाथ कैंसर चैरिटेबल ट्रस्ट गाजियाबाद में स्थित में कुछ ट्रीटमेंट हो रहा है जिसके पीछे मुख्य उद्देश्य है कि भविष्य में भी हमारी धर्मपत्नी सुरभि गर्व को कैंसर की बीमारी न ग्रसित करें मैं ईश्वर को धन्यवाद देता हूं कि ईश्वर ने मुझे और मेरी पत्नी को इतना साहस दिया, इतना अच्छा मार्गदर्शन दिया, इतना अच्छा डॉक्टरों की दिशा निर्देशन दिया जिससे आज हम हर्षोल्लास के साथ अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं आज मैं यह गर्व से कह सकता हूं कि यदि पृथ्वी पर भगवान का दूसरा कोई स्वरूप है तो वह डॉक्टर है