उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर सभी दल जोर-शोर से आजमाइश कर रहे हैं। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी ने बूथ और यूथ को फोकस में रखते हुए बड़ा ऐलान किया है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा- “‘हर बूथ पर यूथ’ का ऐलान ‘जन-मन विजय अभियान’
22 के चुनाव में सपा की युवा शक्ति उप्र के हर बूथ पर जन-जागरण करेगी व सपा के सिद्धांतों और कामों के आधार पर जन-जन का मन जीतकर हर बूथ पर ‘जन-मन विजय अभियान’ की सफलता भी सुनिश्चित करेगी.
उप्र की जाग्रत जनता ‘लोकतांत्रिक-क्रांति’ लाएगी!”
क्या हर बूथ पर यूथ का ये संदेश अखिलेश यादव अपने सभी कार्यकर्ताओं तक पहुंचा सकेंगे क्या बूथ स्तर पर युवाओं की फौज तैयार कर सकेंगे, ये तो वक्त के साथ ही पता चलेगा मगर ढाई साल पहले भारतीय जनता पार्टी ने इस तरह के कैंपेन को कामयाब करके दिखाया है।
लोकसभा चुनाव के ठीक पहले ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ के आह्वान के साथ भारतीय जनता पार्टी ने गांव गली तक अपनी जबरदस्त पैठ बनाई थी।माना जाता है कि बूथ स्तर पर उसकी तैयारी का असर हुआ कि उत्तर प्रदेश में मजबूत गठबंधन के बावजूद भाजपा अधिकतर सीटें जीतने में सफल रही।
हालांकि अधिकारियों की मिलीभगत से हुई तमाम धांधली के आरोप भी भाजपा पर लगते रहे हैं।
2019 में भाजपा की जीत बूथ स्तर की तैयारी की वजह से हुई या फिर अधिकारियों की बेईमानी की वजह से इस पर दो राय रहेगी मगर 2022 के चुनाव में वही पार्टी बाजी मार सकेगी जिसकी बूथ पर नाकेबंदी मजबूत रहेगी, इसमें कोई दो राय नहीं होना चाहिए।
शायद वक्त की इसी जरूरत को समझ कर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव से महीनों पहले हर बूथ पर यूथ का आह्वान किया है।आगामी महीनों में स्पष्ट हो जाएगा कि उनसे इस घोषणा का आम कार्यकर्ताओं पर कितना असर हुआ है।
इसके साथ ही अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश की जनता की तारीफ करते हुए उनसे ‘लोकतांत्रिक क्रांति’ की अपील करते हैं।
ये तो स्पष्ट है कि कोई विपक्षी नेता लोकतांत्रिक क्रांति की बात कर रहा है तो वोट के जरिए सत्ता परिवर्तन का ही इशारा कर रहा होगा, किसानों नौजवानों की नाराजगी को भुनाने की तमाम कोशिशें कर रहा होगा।