इस बीच केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा ने सफाई दी है कि किसानों के बीच छुपे हुए कुछ उपद्रवी तत्वों ने उनकी (भाजपा कार्यकर्ताओं) गाड़ियों पर पथराव किया, लाठी-डंडे से वार करने शुरू किए। फिर उन्हें खींचकर लाठी-डंडों और तलवारों से मारापीटा, इसके वीडियो भी हमारे पास हैं। उन्होंने गाड़ियों को सड़क से नीचे खाई में धक्का दिया। उन्होंने गाड़ियों में आग लगाई, तोड़फोड़ की। मेरा बेटा कार्यक्रम खत्म होने तक वहीं(कार्यक्रम स्थल) था, उन्होंने जिस तरह से घटनाएं की हैं अगर मेरा बेटा वहां होता तो वो उसकी भी पीटकर हत्या कर देते।
प्रदेश की राजनीति में उबाल,कई विपक्षी नेता नजरबंद
किसानों को शोक संवेदना व्यक्त करने जा रहीं कांग्रेस महासचिव व प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी कल रात लखीमपुर खीरी के लिए निकली थीं लेकिन उन्हें तड़के सीतापुर में रोककर हिरासत में ले लिया गया।
इससे पहले उनकी पुलिस कर्मियों के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने यह भी दावा किया कि ‘पुलिस कर्मियों ने प्रियंका गांधी पर हाथ उठाया है।’
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव केे घर के आगे सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और सड़कों को ट्रक लगाकर ब्लॉक किया गया है।
कहा जा रहा है कि उनके कहीं भी जाने पर रोक लगा दी गई है। उनके घर के बाहर भारी संख्या में सपा कार्यकर्ता भी जमा हो गए हैं।
बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट करके कहा है कि सतीश चंद्र मिश्र को नजरबंद किया गया है।
मायावती ने अगले ट्वीट में लिखा है कि ‘इस घटना में बीजेपी के दो मंत्रियों की संलिप्तता के कारण इस घटना की सही सरकारी जांच और पीड़ितों को न्याय मिलता नहीं दिखता है इसलिए इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए।’आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को देर रात महाराजगंज में रोक दिया गया था वो भी लखीमपुर खीरी जा रहे थे।उधर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने लखनऊ एयरपोर्ट से छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल और पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर एस।रंधावा को एयरपोर्ट पर उतरने की इजाजत नहीं देने को कहा। लखीमपुर खीरी में कल घटित घटना के बाद भूपेश बघेल और सुखजिंदर ने लखीमपुर खीरी जाने की घोषणा की थी।
लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में 8 लोगों की मौत हुई है। उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लखीमपुर आ रहे थे और इसके खिलाफ किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
इसी दौरान हिंसा हो गई और इसके लिए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे और किसानों के प्रदर्शन में शामिल उपद्रवी तत्वों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
जिले में धारा-144 लगा दी गई है और इंटरनेट पर पाबंदी जारी है।
लखीमपुर खीरी में किसानों की प्रशासन से बातचीत, क्या मांगें रखी गईं?
लखीमपुर खीरी में प्रदर्शनकारी किसानों ने आईजी लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह के साथ 45 मिनट तक दूसरे दौर की बातचीत की है। इस बातचीत में कमिश्नर, जिले के डीएम, एसएसपी भी मौजूद थे।
मीडिया से बातचीत में लक्ष्मी सिंह ने कहा है कि जल्द ही इस मामले का कोई हल निकल जाएगा और गतिरोध समाप्त होगा।
किसानों ने प्रशासन के आगे चार बड़ी मांगे रखी हैं। इन मांगों में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करना, उनके बेटे को गिरफ्तार करना, पीड़ित परिजनों को 1-1 करोड़ रुपये मुआवजा देना और उनको सरकारी नौकरी देना शामिल है।
इन चार बड़ी मांगों के अलावा किसानों ने प्रशासन के आगे कुछ और भी मांगें रखी हैं।