महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक द्वारा उन पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।इसके साथ ही आर्यन खान मामले में एनसीबी द्वारा पेश किए गए गवाह भी अब समीर वानखेड़े के खिलाफ खड़े हुए हैं।
इस मामले में गृह मंत्रालय ने समीर वानखेड़े की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है।
बताया जाता है कि एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े को जल्द ही जेड प्लस सुरक्षा दी जा सकती है। ऐसे में गृह मंत्रालय द्वारा लिए गए फैसले पर शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए समीर वानखेड़े को दी जाने वाली जेड प्लस सिक्योरिटी पर सवाल खड़े हैं।
शिवसेना नेता संजय राउत का कहना है कि जो लोग सरकार पर उंगली उठाते हैं, उन्हें सुरक्षा दी जाती है।
ऐसा भी नहीं है कि अगर किसी को जेड प्लस सुरक्षा दी जाती है। तो उससे पूछताछ नहीं की जा सकती। लेकिन महाराष्ट्र सरकार पर जो लोग उंगली उठाने का काम करते हैं।
उन्हें भाजपा सरकार द्वारा इसी तरह जेड प्लस सुरक्षा के साथ सम्मानित किया जाता है। आपने देखा होगा कि ऐसे लोगों को भाजपा द्वारा जेड प्लस सुरक्षा दी जाती है।महाराष्ट्र को सुरक्षित राज्य बताते हुए शिवसेना नेता ने कहा है कि मैं किसी पर भी उंगली नहीं उठाना चाहता। लेकिन यहां पर सभी सुरक्षित हैं।अगर लोगों को इस तरह सुरक्षा दी जाती है। तो इसका मतलब है कि केंद्र सरकार के पास बहुत सारे सुरक्षा बल है। अगर ऐसा है तो उन्हें इन सुरक्षाबलों को जम्मू कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश में भेजना चाहिए।