नई दिल्ली, देश में ओमीक्रॉन संकट से बचने के लिए सरकार ने नर्ई गाइडलाइंस जारी कर दी हैं. साथ ही राज्यों को ओमीक्रॉन के प्रभाव से बचाव के लिए जरूरी सलाह दी है. हालांकि भारत में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन का अभी तक एक भी मामला सामने नहीं आया है. जबकि दो संदिग्ध मामलों की अभी जांच हो रही है. इस बात की जानकारी सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को दी है.
बता दें कि महाराष्ट्र और कर्नाटक के दो लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. अब इनके सैंपल से वेरिएंट के प्रकार के बारे में पता लगाने के लिए जांच की जा रही है. महाराष्ट्र के ठाणे का ये शख्स दक्षिण अफ्रीका से 24 नवंबर को यात्रा करके लौटा था. जिसके बाद वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया.उसके सैंपल जीनोम टेस्टिंग के लिए भेजे गए हैं, जिससे ये पता चलेगा कि वह ओमीक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित हुआ है या नहीं. दूसरी तरफ कर्नाटक ने केरल की सीमा से लगे दक्षिण कन्नड़, मदिकेरी, चामराजनगर और मैसूर जिलों में एहतियाती कदम उठाने का आदेश दिया है.
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने इस बात पर ध्यान दिया है कि केरल से आने वाले लोगों में कोविड का प्रसार अधिक देखा गया है. राज्य सरकार ने केंद्र से दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना से आने वाले लोगों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने का भी आग्रह किया है.
यात्रियों को एयरपोर्ट पर अनिवार्य रूप से कोविड-19 की जांच करानी होगी. खासतौर पर उन लोगों की अच्छे से जांच हो रही है, जो उन देशों की यात्रा करके लौटे हैं, जिन्हें सरकार ने ‘जोखिम’ वाली श्रेणी में डाला है. इस तरह के देशों की संख्या 11 के करीब है, जिसमें ब्रिटेन और यूरोप भी शामिल हैं. दक्षिण अफ्रीकी देशों पर अब तक कई देशों ने यात्रा प्रतिबंध लगा दिया है. जापान ने सोमवार को यही कदम उठाया है. देश के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा, ‘हम सभी देशों से आने वाले विदेशियों के प्रवेश पर 30 नवंबर से रोक लगा रहे हैं.’
दक्षिण अफ्रीका की आने-जाने वाली सीमाओं पर पाबंदी लगा दी गयी है. ऑस्ट्रिया, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड ने पहले ही दक्षिणी अफ्रीका से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है. ओमीक्रॉन वेरिएंट में कम से कम 30 म्यूटेशन हुए हैं. जो किसी भी अन्य वेरिएंट से अधिक हैं. अभी ये स्पष्ट नहीं है कि इसपर वैक्सीन काम करेंगी या नहीं. वैज्ञानिकों का कहना है कि वह अध्ययन कर रहे हैं. इसके साथ ही डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले ओमीक्रॉन को ज्यादा घातक माना जा रहा है. लेकिन इसपर भी कुछ स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है.