अनिल अग्रवाल सांवरिया
गाजियाबाद भाजपा महानगर व्यापार प्रकोष्ठ के सह संयोजक अनिल अग्रवाल सांवरिया ने एक संक्षिप्त वार्ता के अंतर्गत कहा कि सनातन काल से मानव सेवा को स्वामी विवेकानंद के साथ अनेक महापुरुषों ने प्रभु की सेवा बताया है आज भागदौड़ की जिंदगी में हर व्यक्ति कहीं न कहीं अपने को बहुत ही अधिक व्यस्त और मानसिक रूप से तनावग्रस्त समझता है लेकिन यह बहुत आवश्यक है व्यस्ततम समय में हमें मानव समाज के लिए कुछ न कुछ अवश्य समय निकालना चाहिए क्योंकि समाज सेवा करने के लिए ईश्वर आपको कोई नई या दोबारा कोई नई जिंदगी नहीं देगा अनिल अग्रवाल सांवरिया ने कहा कि आज तकरीबन में 10-12 सामाजिक संगठनों से मैं जुड़ा हूं जिसके पीछे हमारा कोई भी राजनैतिक महत्वाकांक्षा नहीं है हमारी जो सबसे बड़ी सोच यह है कि हम व्यापारिक गतिविधियों के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारी का भी अच्छी तरह से निर्वहन करें हमारा भारत देश समय-समय पर अलग-अलग भौगोलिक संरचना के हिसाब से समाज हित की रक्षा और उनकी सेवा करने के लिए कई अनमोल रत्नों को जन्म दिया जिसमें अगर हम प्रमुखता बात करें तो स्वामी विवेकानंद महात्मा गांधी से लेकर अब्दुल कलाम और अनेक शूरवीर भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में जन्म लेकर भारत देश के गौरव को बढ़ाया है है वर्तमान काल में उत्तर प्रदेश के हिंदू हृदय सम्राट योगी आदित्यनाथ और भारत से लेकर पूरे विश्व में हर दिल पर राज करने वाले भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम आता है अनिल अग्रवाल सांवरिया के बारे में जब गाजियाबाद में कई कई संगठनों के पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं एवं वार्ड मोहल्लो और व्यापारिक प्रतिष्ठान रेहड़ी पटरी पर काम कर रहे लोगों से पूछा गया तो उन्होंने बड़े ही तत्परता से यह बात कहा कि अनिल अग्रवाल सांवरिया हमारी एक आवाज में कहीं भी जाने को तैयार हो जाते हैं उनकी हर समस्या को दूर करने के लिए अग्रसर रहते हैं चाहे स्वास्थ्य क्षेत्र हो या कोई अन्य पारिवारिक समस्या हो या कोई भी अन्य दिक्कत हो अनिल अग्रवाल सांवरिया कभी भी पीछे नहीं रहते वर्तमान परिदृश्य में अनिल अग्रवाल सांवरिया गाजियाबाद में ऐसा नाम बनता जा रहा है जिसे व्यापारिक वर्ग के साथ साथ आमजन अपने भाई के रूप में देखने लगे हैं एक राजनीतिक सवाल के जवाब में अनिल अग्रवाल सांवरिया ने कहा कि मैं भाजपा का एक कर्मठ कार्यकर्ताओं और तमाम व्यापारिक और सामाजिक संगठनों का एक ऐसा सिपाही हूं जो हमेशा अपने दायित्वों का समर्पण भाव के साथ कार्य को सही दिशा में देने के लिए सदैव हृदय से तत्पर रहता है