भारतीय शिष्टमंडल का नेतृत्व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला कर रहे हैं।
सम्मेलन के उद्घाटन सत्र पर कनाडा की गवर्नर-जनरल मैरी साइमन ने राष्ट्रमंडल सांसदों से लोकतांत्रिक सिद्धांतों और राष्ट्रमंडल के मूल्यों को बनाए रखने के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा की राष्ट्रमंडल केवल एक नाम नहीं है, बल्कि एक लक्ष्य है। राष्ट्रों का एक समाज जो समान उद्देश्यों के साथ मिलकर काम करता है।
उल्लेखनीय है कि 65वां राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन (सीपीसी) 22 अगस्त से 26 अगस्त 2022 तक कनाडा के हैलिफ़ैक्स में आयोजित किया गया है। यह सम्मेलन सम्मेलन संसदीय प्रणाली में सुधार और अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक मुद्दों व संसदीय प्रणाली में प्रगति और वैश्विक राजनीतिक चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रमंडल संसदों और विधायिकाओं के प्रतिनिधियों को एक वार्षिक मंच प्रदान करता है।
राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन जो 42 राष्ट्रमंडल देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले 126 राष्ट्रीय और उपराष्ट्रीय विधायिकाओं के करीब 500 राष्ट्रमंडल सांसदों और प्रतिनिधियों को एक साथ लाता है, की मेजबानी राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीसी) के कनाडा के हैलिफ़ैक्स में की जा रही है। समावेशी सुलभ जवाबदेह और मजबूत संसद, लोकतंत्र की आधारशिला और विकास के लिए आवश्यक, राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन का विषय है। वैश्विक राजनीतिक मुद्दों और संसदीय प्रणाली में विकास पर चर्चा करने के लिए कामनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन (सीपीए) कार्यशालाओं और सत्रों के माध्यम से सम्मेलन आयोजित करता है।
यहां यह भी बताना आवश्यक है कि राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) की वर्तमान में लगभग 180 शाखाएं हैं और इसे नौ क्षेत्रों में बांटा गया गया है। हेलिफैक्स (कनाडा) में आयोजित 65वें सम्मेलन में सभी 9 रीजन के 600 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
कनाडा के हेलीफैक्स में आयोजित कामनवेल्थ पार्लियामेंट्री कान्फ्रेंस में सम्मिलित होने गए उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री सतीश महाना ने कहा कि भारतीय दुनिया में कहीं भी जाए अपनी कर्म भूमि के लिए उस देश में पूरी ईमानदारी से कार्य करते हैं।
इस सम्मेलन में भारत के राज्य विधानमण्डलों के 23 पीठासीन पदाधिकारी और 16 सचिव भी भाग ले रहे हैं जो सीपीए के सदस्य हैं।