मोहनलाल अग्रवाल
गाजियाबाद लोहा मंडी गाजियाबाद लोहा विक्रेता मंडल के वरिष्ठ मंत्री मोहनलाल अग्रवाल ने एक संक्षिप्त वार्ता के अंतर्गत कहा कि तकरीबन 2 वर्षों के उपरांत ईश्वरीय अनुकंपा से इस वर्ष देश का हर नागरिक त्योहारों के पर्व में अत्यधिक हर्षोल्लास के साथ सम्मिलित हो रहा है यह अत्यंत ही खुशी का विषय है लेकिन हम सभी लोगों को बीते 2 साल करुणा के अंतर्गत उन परिवारों के प्रति श्रद्धा नमन अर्पित करना चाहिए जिन्होंने अपनों को खोया है हम सभी लोग करुणा काल में कुछ न कुछ अवश्य ही खोया है मोहनलाल अग्रवाल ने कहा सभी नागरिकों को आगामी नवरात्रि दशहरा एवं दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं आपने कहा कि जितने भी पर्व है वह हमारी सांस्कृतिक धरोहर है सांस्कृतिक विरासत है हमारा परम कर्तव्य बनता है कि हम इस सांस्कृतिक विरासत को इस धरोहर को अपने आगामी पीढ़ी को अवश्य ही समर्पित करें पर हमारी आगामी पीढ़ी आज मोबाइल और इंटरनेट के माध्यम से बहुत कुछ जानने की कोशिश करती है जबकि हकीकत यह है कि हमारी परंपरा हमारी संस्कृति चाहे वह नवरात्रि के पर्व के रूप में हो विजयदशमी के रूप में हो या फिर रामलीला के रूप में हो एक अत्यंत व्यवहारिक और परंपरागत ऐसी पाठशाला है जिसे हमें बच्चों को अवश्य ही दिखाना चाहिए और उनको इस पारंपरिक कथासार के बारे में बहुत ही बारीकी से समझाना भी चाहिए मोहनलाल अग्रवाल ने कहा कि गाजियाबाद में तकरीबन दर्जन भर रामलीला समितियां है जो की रामलीला का आयोजन बहुत ही भव्य तरीके से करती है इन समितियों की कुछ अपनी जरूरतें हैं लेकिन इन समिति के पदाधिकारियों से मैं निवेदन करना चाहूंगा कि यह आयोजन धार्मिक है और धर्म के बारे में बच्चों को ज्ञान और बल भी देता है और आगामी पीढ़ी को धर्म के प्रति आस्थावान भी बनाता है जिसके साथ साथ यह आयोजन रामायण और विजयदशमी के प्रति एक आस्था और विश्वास भी दिखाता है इसलिए बहुत आवश्यक है कि बड़े-बड़े आयोजक रामलीला को आयोजन स्थल पर ज्यादा ध्यान दे ना कि मेले और झूलों को जिससे कि हमारी आगामी पीढ़ी हमारे बच्चे इन समस्त धार्मिक कथा सार के तत्वों को समझ सके उनको अपने जीवन में उतार सकें