माघ मेला-2024 को महाकुम्भ-2025 के रिहर्सल के रूप में आयोजित किया जाए : मुख्यमंत्री

 


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने आज जनपद प्रयागराज में माघ मेला-2024 एवं महाकुम्भ-2025 की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने तैयारियों के दृष्टिगत कराए जा रहे कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया।

मुख्यमंत्री  ने माघ मेला-2024 को महाकुम्भ-2025 के रिहर्सल के रूप में आयोजित किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि आयोजन से जुड़े सभी विभाग आगामी 31 दिसम्बर तक माघ मेला से सम्बन्धित सभी कार्यों को पूरा कर लें।




मुख्यमंत्री जी ने लोक निर्माण विभाग को चकर्ड प्लेटों को सुव्यवस्थित ढंग से मेला क्षेत्र में लगाने तथा सड़कों की मरम्मत के कार्यों को समय से पूर्ण करने के निर्देश देते हुए कहा कि मैन पावर बढ़ाकर पाण्टून पुलों के निर्माण सहित सभी कार्यों को 31 दिसम्बर तक पूर्ण कराया जाए। सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि माघ मेला के समय गंगा जी में पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ एवं शुद्ध जल की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। नदियों में सीधे नाले का गंदा पानी किसी भी हाल में न गिरने पाये।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि पर्यटन विभाग प्रयागराज आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए एप/गूगल या किसी अन्य डिजिटल माध्यम से ऐसी व्यवस्था विकसित करे, जिससे यहां के पर्यटन स्थलों के बारे में आसानी से जानकारी उपलब्ध हो सके।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि माघ मेला क्षेत्र में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए। इस सम्बन्ध में लोगों को जागरूक किए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत, नगर निगम आदि सभी इकाइयां इसके लिए मिलकर कार्य करें। पेयजल के साथ-साथ शौचालय एवं सॉलिड वेस्ट मैनेजमेण्ट की उच्च कोटि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। माघ मेले में नदी के कटान पर विशेष ध्यान दिया जाए। मुख्य स्नान स्थलों व घाटों पर स्वच्छता सुनिश्चित की जाए। प्लास्टिक को पूरी तरह से प्रतिबन्धित किया जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम को और बेहतर तथा प्रभावी बनाया जाए, ताकि स्वच्छता, सुरक्षा व विकास योजनाओं की जानकारी लोगों को दी जा सके।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि जनपद कौशाम्बी से प्रयागराज को जोड़ने वाले मार्गों पर हरियाली को बढ़ाने के लिए वृक्षारोपण कराया जाए। यातायात को सुगम एवं सुरक्षित बनाने के लिए स्पीड ब्रेकर टेबल टॉप के रूप में हां। पार्किंग स्थल का चिन्हांकन मेला क्षेत्र के पास हों, जिससे साधु-संतां, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। बुजुर्ग कल्पवासियों को मेला क्षेत्र तक पहुंचाने की वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। पार्किंग व ट्रैफिक की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। प्रमुख स्नान पर्वों पर शहरवासियों एवं मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं/पर्यटकों को कोई असुविधा न होने पाये।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रमुख स्नान पर्वों पर होल्डिंग एरिया चिन्हित किया जाए, ताकि अत्यधिक भीड़ होने पर भीड़ को व्यवस्थित एवं नियंत्रित किया जा सके। माघ मेला में आने वाले साधु-संतां, कल्पवासियों को अच्छी से अच्छी सुविधाएं प्राप्त हो। उन्होंने माघ मेले में स्वच्छता एवं स्वास्थ्य सुविधाओं की उच्च कोटि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।  
मुख्यमंत्री  ने संगम नोज पर दर्शन-पूजन किया तथा मां गंगा की आराधना की। उन्होंने पूजन स्थल के पास लगे माघ मेला/कुम्भ मेला के ले-आउट प्लान का अवलोकन किया। सिंचाई विभाग द्वारा किला घाट के पास बनाये जा रहे पक्के घाट के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए सभी कार्यों का निष्पादन गुणवत्तापूर्वक करने के निर्देश दिए। उन्होंने अक्षयवट द्वार के पास कराये जा रहे निर्माण कार्यों का अवलोकन किया एवं सेना के अधिकारियों से अपेक्षित समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को सभी निर्माण कार्य इस ढंग से कराने के निर्देश दिये, जिससे भविष्य में स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिल सके।
मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग द्वारा परेड ग्राउण्ड पर बनायी गयी पाण्टून वर्कशॉप का भी निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को पाण्टूनों का निर्माण समय से करने के निर्देश दिए। उन्होंने पर्यटन विभाग द्वारा होटल त्रिवेणी दर्शन के तट पर बनाये गये प्रदेश के पहले फ्लोटिंग रेस्टोरेंट का फीता काटकर उदघाटन किया तथा फ्लोटिंग रेस्टोरेंट में की गयी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने पर्यटकों हेतु लायी गयी विशेष मोटर बोट को हरी झण्डी दिखाकर शुभारम्भ किया।
इससे पूर्व, समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री जी को मेलाधिकारी श्री विजय किरन आनन्द ने माघ मेला की तैयारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने महाकुम्भ-2025 के आयोजन के दृष्टिगत इस बार माघ मेला में किये जा रहे अभिनव प्रयोगों - वॉटर लेजर, थिमेटिक गेट्स, फ्लोटिंग जेट्टी, ड्रोन मॉनीटरिंग, सैनिटेशन ब्लॉक, सोलर स्ट्रीट लाइट, थिमेटिक लाइट्स आदि के बारे में अवगत कराया।
इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री व जनपद प्रयागराज के प्रभारी मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, लोक निर्माण मंत्री श्री जितिन प्रसाद, औद्योगिक विकास मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह व सूचना  संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, प्रमुख सचिव परिवहन  एल0 वेंकटेश्वर लू तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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